देवरिया, उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के भटनी थाना क्षेत्र में अंधविश्वास के कारण एक मामा और मामी ने अपनी ही 13 वर्षीय भांजी की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्यारोपी मामा और मामी के अनुसार, उन्हें एक देवी के सपने में आकर बताया गया था कि यदि वे किसी नाबालिग बच्ची की बलि चढ़ाते हैं, तो उनका बीमार बेटा स्वस्थ हो जाएगा। इसके बाद, इन दोनों ने अपनी भांजी की हत्या कर दी।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा के मुताबिक, हत्यारोपी मामा शेषनाथ यादव और उसकी पत्नी सविता ने अपनी मानसिक रूप से बीमार बेटे के इलाज के लिए तंत्र-मंत्र के माध्यम से यह कृत्य किया। सविता ने यूट्यूब पर तंत्र-मंत्र सीखा था और उसने एक रात देवी के सपने में आकर यह निर्देश लिया था कि एक नाबालिग लड़की की बलि चढ़ाकर उनका बेटा ठीक हो जाएगा।
घटना 27 नवंबर की रात की है, जब बच्ची अपने दादी के साथ शादी में शामिल होने भटनी इलाके में आई थी। शादी के दिन शाम को बच्ची अचानक गायब हो गई, और सुबह उसका अर्धनग्न शव मक्के के डंठल में पाया गया। शव पर चाकू से पांच जगह वार किए गए थे, जिससे खून निकला था। पुलिस ने शव की जांच के बाद तंत्र-मंत्र से जुड़ी कड़ी को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच शुरू की।
जांच में पता चला कि शेषनाथ और सविता के कपड़े घटनास्थल पर बरामद हुए थे। पूछताछ में सविता ने बताया कि उसके बेटे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी और उसने देवी के सपने में बलि चढ़ाने का आदेश प्राप्त किया था। इस हत्यारोपी जोड़े ने बच्ची को बहला-फुसला कर एक पुराने घर में ले जाकर उसकी बेरहमी से हत्या की और शव को मक्के के डंठल में छिपा दिया।
पुलिस ने आरोपी मामा-मामी को गिरफ्तार कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी के बाद से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। आरोपियों को अदालत में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया है। पुलिस इस घिनौने अपराध की जांच कर रही है और जल्द ही अन्य साक्ष्य जुटाने की कोशिश कर रही है।