18November
नागपुर, महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के नेता अनिल देशमुख पर मंगलवार रात जानलेवा हमला हुआ। यह घटना तब हुई जब देशमुख नरखेड में एक प्रचार सभा से लौट रहे थे। जलालखेडा रोड पर बेलफाटा के पास, अज्ञात हमलावरों ने उनके काफिले पर पत्थरों से हमला कर दिया। इस हमले में देशमुख के सिर पर गंभीर चोटें आईं, और उन्हें तुरंत काटोल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
घटना का विवरण:
अनिल देशमुख नरखेड विधानसभा क्षेत्र में प्रचार अभियान के आखिरी दिन सभा समाप्त कर वापस लौट रहे थे। जलालखेडा रोड पर बेलफाटा के पास अचानक एक गुट ने उनके काफिले को घेर लिया और पत्थरबाजी शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने कार को नुकसान पहुंचाने की भी कोशिश की।
हमले के पीछे राजनीतिक साजिश?
महाविकास आघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि यह हमला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया है। कार्यकर्ताओं का दावा है कि यह घटना राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है।
महाविकास आघाड़ी का प्रदर्शन:
अनिल देशमुख पर हुए हमले के विरोध में महाविकास आघाड़ी के कार्यकर्ता काटोल पुलिस स्टेशन के बाहर बड़ी संख्या में जमा हो गए हैं। उन्होंने हमलावरों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है। नाराज कार्यकर्ताओं ने भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि इस तरह के हमलों से उनकी आवाज को दबाया नहीं जा सकता।
पुलिस जांच जारी:
काटोल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और हमलावरों की पहचान के लिए जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
स्थिति गंभीर लेकिन नियंत्रण में:
डॉक्टरों के अनुसार, अनिल देशमुख की हालत स्थिर है लेकिन उन्हें सिर में गंभीर चोटें आई हैं। फिलहाल उनका इलाज जारी है और अगले 24 घंटे बेहद अहम माने जा रहे हैं।
इस घटना ने राज्य की राजनीति को एक बार फिर गरमा दिया है। महाविकास आघाड़ी ने भाजपा पर तीखे हमले करते हुए इसे राजनीतिक प्रतिशोध का नतीजा करार दिया है, जबकि भाजपा ने इन आरोपों को खारिज किया है।