नासिक, दि. 28: नासिक शहर में गोदावरी नदी के तट पर फैले साढ़े सात एकड़ भूमि पर निर्मित *बाळासाहेब ठाकरे स्मृति उद्यान* का आज भव्य लोकार्पण मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हाथों संपन्न हुआ। यह उद्यान न केवल अपनी भव्यता में अनोखा है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर की गुणवत्ता और सुविधाओं से लैस है, जो स्थानीय नागरिकों को एक विशिष्ट स्थान उपलब्ध कराता है।
लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्यान की प्रशंसा करते हुए कहा, "यह उद्यान नासिक के नागरिकों को उनके हक का स्थान देता है, जहां वे सुकून के पल बिता सकेंगे। इस उद्यान के निर्माण से लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और यह क्षेत्र का विकास करेगा। इसके अलावा, बाळासाहेब ठाकरे पर आधारित एक विशेष कार्यक्रम के लिए 10 करोड़ रुपये की निधि प्रदान की जाएगी।"
इस अवसर पर राज्य के पालकमंत्री दादाजी भुसे, विधायक संजय शिरसाट, महानगरपालिका आयुक्त डॉ. अशोक करंजकर, पूर्व उपमहापौर अजय बोरस्ते सहित अन्य प्रमुख लोग एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
**विस्तृत सुविधाएं और विकास की पहल**
मुख्यमंत्री शिंदे ने आगे कहा कि उद्यान में युवाओं के लिए विशेष रूप से सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग सेंटर की व्यवस्था की गई है, जो उनके कौशल विकास के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगी। इसके साथ ही, साहसिक खेलों की सुविधाएं, उत्तम कलादालन और बाळासाहेब ठाकरे के अद्वितीय व्यंगचित्रों का संग्रह भी उद्यान में शामिल है। इन व्यंगचित्रों और चित्रों को संरक्षित करने के लिए अजय बोरस्ते के प्रयासों की सराहना की गई।
शिंदे ने कहा, "भागदौड़ भरी जिंदगी में, यह उद्यान लोगों के लिए एक सुकून भरी जगह साबित होगा, जहां वे प्रकृति की गोद में कुछ पल आराम कर सकेंगे। यहां विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे और हरी-भरी जगहें होंगी, जिससे पर्यावरण को भी लाभ मिलेगा।"
**विकास की दिशा में राज्य सरकार की पहल**
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की अन्य विकास योजनाओं की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बुनियादी सेवा-सुविधाओं के साथ-साथ उद्यानों, मेट्रो, उड्डाणपूल और सड़क विकास पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके अतिरिक्त, लड़कियों की शिक्षा को भी प्राथमिकता दी जा रही है, जिसमें सरकार उनकी पूरी जिम्मेदारी ले रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि स्वातंत्र्यवीर सावरकर के जन्मस्थान भगूर में विविध विकास कार्यों के लिए 40 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की गई है, जिसमें से 15 करोड़ रुपये की निधि जल्द ही उपलब्ध कराई जाएगी।
यह उद्यान नागरिकों के लिए एक सांस्कृतिक और शैक्षिक केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो नासिक के विकास और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।